Thursday 24 December 2015

>>सांप के डसने से हो गई थी मौत, 17 साल बाद वापस घर लौट आया

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रामपुर। भला क्या कोई इंसान मौत होने के बाद कई सालों बाद वापस लौट कर आ सकता है। इतना ही नहीं बल्कि मौत होने के बाद उसें दफना दे फिर भी कई सालों बाद वो वापस लौट आए तो बात जरा चौंकाने वाली हो जाती है। ऐसा ही वाकया रामपुर के पास पीपली नायक गांव में हुआ। यहां एक एक बच्चे की मौत हो गई थी जो 17 साल बाद युवक बनकर गांव लौट आया। उसे दो साल की उम्र में सांप ने डस लिया था और सपेरे उसे कब्र से निकाल ले गए थे। अब उसे माता पिता व ग्रामीणों ने पहचान लिया और सपेरों से लेने के प्रयास किया। जबकि सपेरे उसे अपना भांजा बता रहे हैं।
खबर है कि गांव पीपली नायक निवासी चंद्रपाल के दो साल के बेटे अंकित की सांप के डंसने से 17 वर्ष पूर्व मौत हो गई थी। परिजनों ने शव को गांव के बाहर बने तालाब के पास दफन कर दिया था। दो दिन तक शव कब्र में रहा। इस बीच सपेरे भी गांव में रहे। तीसरे दिन कब्र से शव गायब हो गया और सपेरे भी चले गए, जिससे परिजनों का सपेरों पर संदेह हो गया। उनका अनुमान था कि सपेरे शव निकालकर ले गए हैं।
परिजनों ने सपेरों को काफी तलाशा पर सपेरे नहीं मिले। इस पर परिजन शांत होकर बैठ गए। बुधवार दोपहर तीन सपेरे गांव में सांप का तमाशा दिखाने पहुंचे तो उनके साथ 19 वर्ष का युवक भी था। चन्द्रपाल की पत्नी गीता देवी ने युवक को पहचान लिया और उसे अपना पुत्र अंकित बताया।
युवक के दांये हाथ पर सांप के काटने व चीरे का निशान भी था। परिजनों ने 17 वर्ष पूर्व गांव में तांत्रिक को भी दिखाया था। उसने भी उसकी पहचान अंकित के रूप में की। सपेरे सुभाष व उसके साथियों का कहना था कि युवक पलवल, हरियाणा निवासी रोहित पुत्र रमेश है जो उसका भांजा है। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में खींचतान हुई।
गीता देवी का कहना है कि युवक एक बहन और चार भाइयों में सबसे बड़ा अंकित है, जिसे सपेरे 17 वर्ष पूर्व ले गए थे। मामला गरमाने पर पुलिस पहुंच गई। दोनों पक्ष थाने पहुंच गए।
एसओ सुरेन्द्र सिह ने पलवल में युवक के परिजनों से फोन पर बात की। उन्होंने इसको अपना पुत्र बताया। पुलिस मामले को सुलझाने में लगी है एसओ ने बताया कि वह हरियाणा में पुलिस भेजकर मामले की जांच कराएंगे।



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